
ग्राम छुहीपाली के निवासियों ने कलेक्टर को जनदर्शन में एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें उन्होंने गांव में शराब और गांजा की खुलेआम बिक्री पर रोक लगाने की मांग की है। उनका कहना है कि इस अवैध गतिविधि के कारण गांव के छोटे बच्चे से लेकर बड़े-बुजुर्ग तक नशे में डूब गए हैं, जिससे गांव में लड़ाई-झगड़े, गाली-गलौज और मारपीट की घटनाएं हो रही हैं।
ग्रामवासियों की शिकायतें:
– बाहरी लोगों का आना-जाना: गांव में महुआ शराब की बिक्री के कारण बाहरी लोगों का आना-जाना बढ़ गया है और कभी-कभी अप्रिय घटनाएं हो सकती हैं।
– बच्चों पर बुरा प्रभाव: गांजा और महुआ शराब बेचने वालों के कारण गांव के 10-12 साल के बच्चे भी शराब पीने लगे हैं और स्कूल
जाना बंद कर चुके हैं।
– घरेलू हिंसा: शराबियों द्वारा घर में अपने माता-पिता की बात नहीं सुनी जा रही है और पैसे नहीं मिलने पर बीवी बच्चों के साथ मारपीट
की जा रही है।
– सरकारी राशन का दुरुपयोग: सरकार द्वारा दी जाने वाली राशन भी बेचकर अपने बच्चों का निवाला छीनकर शराब पी रहे हैं।
– स्वास्थ्य पर बुरा असर: महुआ शराब पीने वालों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है और धीरे-धीरे मौत के मुंह में जा रहे हैं।
ग्रामवासियों की मांग:
ग्रामवासियों ने कलेक्टर से मांग की है कि गांजा और शराब बनाने वालों और बेचने वालों पर जल्द से जल्द और कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि गांव का माहौल खराब न हो और गांव में शांति बनी रहे। ग्रामवासियों ने हस्ताक्षर कर के इसकी प्रतिलिपि कलेक्टर महोदय रायगढ़, पुलिस अधीक्षक रायगढ़, आबकारी विभाग रायगढ़ और थाना चक्रधर नगर रायगढ़ को भेजी गई है। अब देखना यह है कि प्रशासन द्वारा इस मामले में क्या कार्रवाई की जाती है और ग्रामवासियों की मांगों को कितना महत्व दिया जाता है।