
दूसरे धर्मो का आदर करते हुए क़ुर्बानी करें मुसलमान,
सय्यद शुऐबुल अलीम बक़ाई
सिलसिले बक़ाई के प्रशिद्ध पीर एवं धर्म गुरु दारुल उलूम यतीम खाना सफविया करनैलगंज के प्रबंधक पीरे तरीक़त हज़रत अल्हाज सय्यद शोएबुल अलीम साहब बक़ाई सज्जादा नशीन खानकाहे मशहूदिया सफीपुर शरीफ जनपद उन्नाव ने मुसलमानो को पैगाम देते हुए कहा कि बकरा ईद में क़ुरबानी करते हुए सावधानी का परिचय दें, मुसलमान अपने धार्मिक कार्यों को सम्पन्न करें लेकिन क़ुरबानी के
जानवर का खून इधर उधर न जाने दें, दूसरे धर्मों के लोगों का खयाल रखें ऐसा कोई काम न करें जिस से उनको तकलीफ हो,
इस्लाम अमन का मज़हब है भाईचारा इस्लाम का सबसे बड़ा संदेश है,
इसलिए ककी भी क़ुरबानी बाहर न करे और न ही खुले में गोश्त एक जगह से दूसरी जगह ले जाये,
जहाँ जहाँ हुकूमत ने परमिशन दिया है उन्हीं स्थलों पर क़ुरबानी करें, हुकूमत की गाइडलाईन का पालन करें, उन्होंने ये भी कहा कि क़ुरबानी में सिर्फ जानवर की कुर्बानी नही होनी चाहिए बल्कि अपनी अना और अहंकार को भी साथ ही साथ क़ुर्बान कर देना चाहिए,
क़ुरबानी के गोश्त के तीन हिस्से किये जायें एक हिस्सा गरीबों के लिए दूसरा हिस्सा रिश्तेदारों और तीसरा हिस्सा अपने लिए रखना चाहिए यही इस्लाम की खूबसूरती है कि हर काम मे गरीबों का खयाल रखा गया है, चुनाँचे रमज़ान का एक रोज़ा छूट जाए तो वहां भी 60 गरीबों को खाना खिलाने का हुक्म है। इस्लाम मे निर्बल, असहाय, कमज़ोर,यतीम,मिस्कीन का बड़ा खयाल रखा गया है। उन्होंने कहा
क़ुरबानी सुन्नत ए इब्राहीमी है जिसका सीधा संदेश यही है कि अपनी हर महबूब चीज़ अल्लाह के लिए क़ुर्बान करने का जज़्बा रखना चाहिए, उन्होंने मुसलमानो से एकता व भाईचारे का भी संदेश दिया और कहा जिस मुल्क में रहो उस मुल्क के वफादार बन कर रहो, यही हमारा मज़हब है, इस्लाम नफऱत करना नही सिखाता है इस्लाम हर कदम पर मोहब्बत करने का संदेश देता है। इसलिए गुस्से की
हालत में गुस्सा करने के बजाए सब्र करने का हुक्म दिया गया, क्योंकि गाली का जवाब गाली से देना इस्लामी तरीका नही बल्कि गाली के जवाब में दुवा देना पैगम्बर का तरीका रहा है। और यही तरीका सूफियों, वालियों, और बुज़ुर्गों का रहा है, यही वजह है कि वलियों के दरबार मे हर समुदाय के लोग जाते हैं क्योंकि उन्होंने सबसे मोहब्बत किया सबसे प्यार किया और जीवन भर मोहब्बत का संदेश देते रहे,
आखिर में उन्होंने मुल्क के अमन ओ शान्ति के लिये दुवा किया
अहमद रजा खान जिला संवाददाता गोंडा वंदे भारत लाईव टीवी न्यूज