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चित्रकूट के हरदीकला में नवनिर्मित प्रधानमंत्री सड़क को जर्जर कर रहे भारी वाहन

09,12 टन से ज्यादा वजनी वाहन प्रतिबंधित है उसके बाद भी धड़ल्ले से दौड़ रहे भारी वाहनों से जर्जर हो रही सड़क

चित्रकूट अंचल में क्षेत्रवासियों को सुलभ आवागमन हेतु शासन द्वारा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क की सौगात दी जाती है लेकिन इसका फायदा क्षेत्र में स्थापित क्रेशर संचालक उठाते है और सड़कों को जर्जर करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।

प्रधानमंत्री ग्रामीण अंचल में क्षेत्रवासियों को सुलभ आवागमन हेतु शासन द्वारा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क की सौगात दी जाती है लेकिन इसका फायदा क्षेत्र में स्थापित क्रशर संचालकों उठाते हुए सड़कों को जर्जर करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनने वाली सड़क की क्षमता 9 से12 टन होती है, जबकि इस मार्ग पर क्रेशरों से होकर निकलने वाली भारी वाहन की क्षमता 40,50 टन होती है। जिसकी वजह से क्षेत्र के प्रधानमंत्री सड़क पूरी तरह से जर्जर होने के कगार पर हैं।

अंचल में विकास से कोसों दूर कहे जाने वाले क्षेत्र चित्रकूट के हरदीकला में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क ग्रामीणों के लिये वरदान साबित हो रहा किन्तु क्रेशर उद्योग ने प्रधानमंत्री सड़क पर 40 से 50 टन वजन वाली भारी व्यावसायिक वाहनों का धड़ल्ले से उपयोग करने से पूरे क्षेत्र की सड़कें बदहाल कर दी हैं वही प्रधानमंत्री सड़क की दुर्दशा को लेकर ग्रामीण काफी परेशान है लेकिन कोई भी कुछ कर पाने में असमर्थ महसूस कर रहें है शासन प्रशासन ध्यान नहीं दे रहे है

एक समय मे चित्रकूट पाठा क्षेत्र बरगढ़ के हरदीकला ग्राम पंचायत की गिनती मजबूत उपज के क्षेत्र मे हो रही थी किन्तु जब से मध्यप्रदेश के गंजरिया गांव के आगे गदरगवा में बड़े क्रेशर स्थापित हुए हैं क्षेत्र के दुर्दशा होते जा रही है स्थापित क्रेशरो के कारण पूरे क्षेत्र मे कृषि चौपट हो रही है क्रेशर से निकलने वाला डस्ट जिससे खेतों में फसल पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है किन्तु इस क्रेशर के खिलाफ आवाज उठाने से सामान्य किसान डरता है तथा कुछ भी नही बोल पाता है क्रशर के डस्ट के साथ साथ क्षेत्र मे करोड़ों रुपए की लागत से बनाए गए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सड़कों की बदहाली भी इन क्रशरों के माल को अन्य स्थान पर भेजने के लिये आवागमन करने वाले डंपर कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधिकारियों की माने और चेतावनी बोर्ड की माने तो इन सड़कों पर अधिकतम 9से 12 टन वजन क्षमता के ही वाहन चल सकते है उससे अधिक के क्षमता वाले भारी वाहनों को आवागमन करने से प्रतिबंधित किया गया है। किन्तु दुर्भाग्य वाली बात यह है कि इन अंचल मे केवल प्रधानमंत्री सड़क और मुख्यमंत्री सड़क ही है तथा क्रशर के प्रतिदिन आवागमन करने वाले दर्जन भर से अधिक डंपर पूरे क्षेत्र की सड़कों को निगल रहे है अगर सड़क टूट जाती है तो
क्रशर उद्योग सड़कों का नहीं कराती मरम्मत प्रधानमंत्री ग्राम सड़क विभाग के द्वारा इन सड़कों की रखरखाव की जाती है तथा साल मे एक बार गड्ढों पर पेंच वर्क किया जाता है किन्तु क्रशर उद्योग के द्वारा सड़कों के तरफ झांक कर भी नही देखा जाता है।
हरदी कला ग्राम वासियों में दीपचंद्र द्विवेदी, सोनू द्विवेदी,लवलेश,गोरेलाल,पहलवान,लल्ला पाल के साथ सैकड़ों ग्रामवासियों को इन भारी वाहनों के निकलने से काफी नुकसान होता है और रात भर गाडियां इस रोड से निकलती है और कोई कुछ नही बोलता
ग्रामवासियों का कहना है अगर जल्दी से जल्दी इन वाहनों को बंद नही कराया गया शासन प्रशासन द्वारा तो हम कलेक्ट्रेट कर्वी चित्रकूट का घेराव करेंगे।

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