
छत्रपती संभाजी नगर (औरंगाबाद)
मराठा समुदाय के तावीज़ बन चुके मनोज

जारांगे पाटिल की पहली बार वालुज इलाके में एक सार्वजनिक बैठक आयोजित की गई। यह बैठक छत्रपति संभाजी महाराज के सार्वजनिक जन्मदिन समारोह के अवसर पर आयोजित की गई थी। सभा स्थल पर जाने से पहले वह मराठा आरक्षण के लिए गोदावरी नदी में अपने प्राणों की आहुति देने वाले छत्रपति नागर के घर गये और परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी. सभा स्थल पर समुदाय को संबोधित करते हुए मनोज जारांगे ने कहा कि वे अंतिम सांस तक समुदाय के प्रति वफादार रहेंगे. समाज के जो गरीबों के बच्चों को बड़े पदों पर नौकरी मिले, मैं उन्हें भी पीएसआई, कलेक्टर, पुलिस बनते देखना चाहता हूं। इसके पीछे मेरा यही उद्देश्य है. सरकार ने विरोध को कुचलने के लिए कई कदम उठाए। परन्तु आपके प्रबल समर्थन के कारण ऐसा नहीं हो सका।इसके लिए सरकार ने मेरे परिवार पर हमले की साजिश भी रची. मैं ओबीसी से अपना हक आरक्षण लिए बिना एक इंच भी पीछे नहीं हटूंगा। आगामी 4 जून को मैं एक बार फिर समाज की मांगों को पूरा कराने के लिए भूख हड़ताल शुरू करूंगा।आप सभी बड़ी संख्या में उपस्थित होकर मेरा समर्थन करें और आपका आशीर्वाद मुझ पर बना रहे