
जौनपुर।शाहगंज, गन्ना कृषक पीजी कालेज का छात्र अस्मित सेठ एक बार फिर अपनी आवाज के जादू से लोगों के दिलो को जीत लिया, जिसके लिए क्षेत्रीय विधायक रमेश सिंह ने उसे शाहगंज महोत्सव में सम्मानित किया है।
इस महोत्सव के माध्यम से स्थानीय कलाकारों को एक मंच प्रदान करने का कार्य भी किया जाता है जिसमें क्षेत्र के नवोदित गायक, डांसर, आदि कलाकारों को इतने बड़े मंच पर अपनी कला को दिखाने का अवसर मिलता है। चयन कर्ताओ ने बताया कि पहले सभी कलाकारों का त्रिस्तरीय चयन प्रक्रिया होती है जिन कलाकारों का परफॉरमेंस अच्छा होता है उन्हें मंच पर अपनी कला को दिखाने का अवसर मिलता है। हमारी यही कोशिश रहती है कि कोई भी कलाकार निराश न हो।
वीडीजे शैंकी( स्पन रिकॉर्ड जर्मनी) नीरज सिंह ने बताया कि अस्मित की आवाज हमारी चयन प्रक्रिया के अनुरूप पाई गई जिस कारण उसे मंच दिया गया। शशी द्वेवेदी ने कहा कि यह उन कलाकारों के लिए बहुत गर्व की बात है कि जिस मंच से पवन सिंह, अनुपमा यादव आलोक कुमार जैसे दिग्गज कलाकार अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए आ रहे है उसी मंच से स्थानीय छोटे कलाकार भी अपनी प्रतिभा दिखा रहे हैं।
मीडिया से बातचीत में अस्मित सेठ ने बताया कि यह सम्मान मुझे दूसरी बार माननीय विधायक जी द्वारा दिया गया है जिसके लिए मैं चयनकर्ताओं भैय नीरज सिंह, भैया शशी द्वेवेदी जी मोंटी भैया, वरदान सर, रौनक भैया, आदि सभी लोगों का दिल से आभार व्यक्त करता है जिन्हें मुझ जैसे छोटे कलाकार को इतना बड़ा मंच दिया। मेरी इस कामयाबी के पीछे मेरे गुरू, श्री विश्वनाथ चौहान एवं अमृत लाल चौहान जी का बहुत बड़ा योगदान है। संगीत के प्रति मेरे पिता जी का भी रूझान है जिन्होंने मुझे आगें बढ़ने में बहुत मदद की।
अस्मित सेठ को सम्मानित करते हुए विधायक रमेश सिंह ने कहा कि इस तरह के आयोजन से जहाँ एक तरफ़ सामाजिक समरसता आती है वही दूसरी तरफ स्थानीय कलाकारों को आगे बढ़ने का अवसर भी मिलता है। मैं उन सभी कलाकारों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ जिन्होंने इतना अच्छा परफॉरमेंस किया।
आपको बताते चले कि अस्मित सेठ को क्षेत्र के लोग *करन पार्थ* के नाम से जानते हैं। करन योगा के भी गुरू है, कोरोना काल में उनके द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शाहगंज में भर्ती मरीजों को निशुल्क योगाभ्यास कराने के लिए हास्पिटल के अधीक्षक डाक्टर रफीक फारूकी ने उन्हें प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह् देकर सम्मानित किया था।
करन पार्थ की इस उपलब्धि के लिए उनके चाहने वालों एवं पूरे विद्यालय में में हर्ष का माहौल है।