
📰 जौनपुर CJM कोर्ट में लिपिक रिश्वत लेते कैमरे में कैद, वीडियो वायरल – न्यायपालिका की साख पर सवाल
रिपोर्ट राजेश कुमार यादव
जौनपुर (उत्तर प्रदेश):
दिनांक 19/6/2025
जिले की न्यायिक व्यवस्था उस वक्त सवालों के घेरे में आ गई जब मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) न्यायालय में तैनात लिपिक दीपक यादव का एक वीडियो सामने आया, जिसमें वह कथित तौर पर किसी व्यक्ति से नकद रिश्वत लेते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद न्यायिक ईमानदारी पर तीखी बहस शुरू हो गई है।
🎥 वायरल वीडियो ने मचाया हड़कंप
वीडियो में लिपिक को न्यायालय कक्ष में बैठकर पैसे लेते हुए देखा जा सकता है। यह दृश्य साफ़ तौर पर न्यायिक प्रक्रिया में भ्रष्टाचार की पुष्टि करता है, जिससे आम जनता का विश्वास बुरी तरह डगमगा गया है। वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होते ही स्थानीय अधिवक्ताओं और सामाजिक संगठनों में रोष व्याप्त हो गया।
⚖️ जांच और कार्रवाई की उठी मांग
घटना के बाद जिला न्यायालय के उच्चाधिकारियों से तत्काल जांच शुरू करने और आरोपी पर सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है। वकीलों ने न्यायिक व्यवस्था को कलंकित करने वाले इस कृत्य को “न्याय की हत्या” करार दिया है।
📣 प्रशासनिक चुप्पी पर भी सवाल
अब तक जिला न्यायिक प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। इससे यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या यह कोई सुनियोजित भ्रष्ट तंत्र का हिस्सा है?
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📝 निष्कर्ष
इस घटना ने फिर से यह प्रश्न खड़ा कर दिया है कि क्या भारत की न्यायपालिका भ्रष्टाचार से अछूती रह पाई है? यदि इस तरह के कृत्य अदालत परिसर में होते हैं, तो आम नागरिक को न्याय कैसे मिल सकता है।