
दंतेवाड़ा, 06 फरवरी 2024। कलेक्टर के निर्देशन में जिला प्रशासन की अनूठी पहल से छू लो आसमान से छात्र अब भविष्य की रणनीतियां आसानी से बिना उपदेशक के बना सकेंगे। कक्षा 9वीं से लेकर 12वीं के छात्र के असीमित सवालों के जवाब के लिए जिला प्रशासन द्वारा छात्रावास में उपलब्ध कुल 18 कम्प्यूटर में ’’चैटजीपीटी एक्टीव’’ किया गया। इसके साथ ही ’’चैटजीपीटी’’ की जानकारी दी गई। ’’चैटजीपीटी’’ किस तरह काम करता है इसके महत्व को बताया गया। जिला प्रशासन के असीमित सीखने की प्रयोगशाला सेे 350 बच्चों की नई सत्र का शुभारंभ किया गया। जिसके जरिये अब छात्र अपने पाठ्यक्रम से जुड़े सवालों के उत्तर चंद सेकंड में ढूंढ पा रहे है। इसके अलावा अपने कैरियर का चुनाव से संबंधित जानकारी भी बड़ी आसानी से खोज सकेगें।
दरअसल छात्रावास में जिला प्रशासन के द्वारा उपलब्ध कंप्यूटर में चैट जेनरेटिव प्री-ट्रेंड ट्रांसफॉर्मर (चैटजीपीटी) इनस्टॉल’’ करवाया गया है। ’’चैटजीपीटी’’ किसी भी भाषा में आपके द्वारा किए गए सवालों का जवाब देने के लिए इंटरनेट पर उपलब्ध डेटाबेस का इस्तेमाल करता है। इस तकनीक से छात्र प्रतियोगी परीक्षा जैसे सीजीपीएससी, यूपीएससी, जेईई, नीट जुड़े सिलेबस (विषय सूची) आसानी से निकाल सकते है। इसके साथ ही शिक्षक बेहतर प्रश्नोत्तरी तैयार कर अपनी बुद्धि क्षमता बढ़ाने में सक्षम हो सकेगें।
छात्रों को इस माध्यम से परीक्षा की तैयारी करने में आसानी हो सकेगी। इसके अलावा कोई भी भाषा ’’चैटजीपीटी’’ के माध्यम से सीखा जा सकता है जैसे स्पोकन इंगलिश या दुनिया की कोई भी भाषा इसके माध्यम से सीखा जा सकता है। यह डेटा और कम्प्यूटर के तकनीकों से चलता है। यह शब्दों को सार्थक तरीके से एक साथ जोड़ने के बाद जवाब तैयार करता है। इस ’’चैटजीपीटी’’ के माध्यम से छात्रावास में पड़ रहे बच्चे अपनी जिज्ञासा शांत कर सकते है। अपने सवालों का जवाब बिना हिचके बेझिझक कंप्यूटर पर लिख कर चंद सेकेंड में पा सकते है। भविष्य को लेकर कई उलझनें होती है ऐसे सवालों का जवाब भी छात्र इस ’’चैटजीपीटी’’ के माध्यम से जान सकेंगे। ’’चैटजीपीटी’’ प्राप्त इनपुट जैसे सवालों के आधार पर मानव-जैसी टेक्स्ट प्रतिक्रिया देता है। अपने विशाल प्रशिक्षण डेटासेट के साथ पूछे गए संदर्भ को समझकर सुसंगत पैराग्राफ में उत्तर देता है। जिला प्रशासन के इस गुणवत्ता व बेहतर शिक्षा प्रबंधन से छूलो आसमान के बच्चे अपनी पढ़ाई संबंधित विषय जानकारी ले रहे हैं और अपनी पढ़ाई को बेहतर ’’चैटजीपीटी’’के माध्यम से अपने होम वर्क, असाइनमेंट और अपने प्रश्नों को सर्च कर रहे हैं।