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सोशल मीडिया पर गोवंश काटने लेकर हुए विवाद की वायरल खबर की हकीकत आई सामने

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सोशल मीडिया पर गोवंश काटने लेकर हुए विवाद की वायरल खबर की हकीकत आई सामने

अम्बेडकर नगर।सोशल मीडिया पर गोवंश काटने को लेकर विवाद होने का मामला सामने आया था,प्रकरण मालीपुर का है।
क्या लगाए गए थे आरोप
निकाह के दौरान गोवंश काटने से मना करने पर दबंगों ने फिरोज की पिटाई कर दी।जिससे फिरोज गंभीर रूप से घायल हो गया।गांव निवासी फिरोज ने पुलिस को दिए तहरीर में बताया कि बीते 19 जून को दोपहर में मेरे पट्टीदार दिलीप के यहां नाती और नतिनी के निकाह का कार्यक्रम था, जिसमे दिलीप के लड़कों व दामाद द्वारा गाय की बछिया को कटकर मांस पकाया जा रहा था। जब इसकी जानकारी मुझे हुई तो उनको मैने ऐसा करने के लिए मना किया।मना करने से विपक्षी काफी नाराज हो गए और गाली गलौज करते हुए मारपीट पर उतारू हो गए। विपक्षी एकराय गोलबंद होकर शाम छः बजे के लगभग मेरे व मेरे परिवार के ऊपर लाठी डंडों एवं लोहे की रॉड से हमला कर दिए। हमला करने में दिलीप, खुर्शीद अहमद, मासूम आलम, मकसूद आलम तथा जलालपुर कोतवाली के जाफराबाद निवासी गोतस्कर व आपराधिक प्रवृत्ति वाले दिलीप के दामाद रिजवान, नबी अहमद, मोहम्मद शहीद, मीसम शामिल रहे। इन सब ने भद्दी भद्दी गालियां व जान से मारने की धमकी देते हुए दौड़ा दौड़ा कर पीटा। जिसमे मेरे भाई अली अहमद, निसार मोहम्मद, व भतीजी राजिया को गंभीर चोटे आई।
*खबर को संज्ञान में लेते हुए पुलिस अधीक्षक द्वारा दोनों पक्षों को बुलाकर जानी गई हकीकत*
खबर सोशल मीडिया पर वायरल होने की पश्चात् पुलिस अधीक्षक डॉक्टर कौस्तुभ द्वारा दोनों पक्षों को बुलाकर हकीकत जाने का प्रयास किया गया सोशल मीडिया पर वायरल खबर गलत निकली। आरोप लगाने वाली व्यक्ति द्वारा यहां तक स्पष्ट रूप से बता दिया कि किन-किन लोगों द्वारा दबाव डालकर प्रार्थना पत्र को घटनाक्रम को तोड़ मरोड़ कर लिखवाया गया।
*मीडिया की पड़ताल*
खबर वायरल होने के पश्चात मीडिया कर्मियों के द्वारा भी पड़ताल की गई जिसमें यह घटनाक्रम जो दर्शाया गया था वह उससे अलग निकला इसमें कुछ मीडिया कर्मी और कुछ छुटभैया नेता भी शामिल है। जिनकी कुछ ऑडियो क्लिप भी मीडिया कर्मियों के हाथ लगी है जिसमें तहरीर देने वाले व्यक्ति के ऊपर यह दबाव डाला जा रहा है की जाकर पुलिस अधीक्षक के सामने हकीकत क्यों बता दिया गया तहरीर देने वाले व्यक्ति के ऊपर भी विभिन्न प्रकार के दबाव बनाए जा रहे हैं कुछ बुद्धजीवियों द्वारा नाम न छापने की शर्त पर बताया गया की कुछ लोगों की दलाल किस्म के लोगों की दलाली थाने में बंद होने के कारण इस प्रकार के षड्यंत्र रचे जा रहे हैं। जल्द ही इस प्रकार की गतिविधियों में लिप्त लोगों के नामो का खुलासा होगा। जिससे फिर भविष्य में दूसरा व्यक्ति इनके षड्यंत्र का शिकार न बन सके।

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