इस क्रम में निरीक्षण के दौरान कलेक्टर द्वारा बीज निगम एवं सिटकॉन के अधिकारियों को कृषि विभाग से समन्वय स्थापित कर मिलेट उत्पादन करने वाले कृषकों की मैपिंग करने एवं उनका एफपीओ (कृषक निर्माता संगठन) तैयार कर परियोजना से जोड़े जाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने योजना संचालन हेतु आवश्यक कुशल और अकुशल श्रमिकों की भर्ती स्थानीय स्तर पर किए जाने का भी निर्देश दिया। मालुम हो कि परियोजना के माध्यम से तैयार किए जाने वाले उत्पाद की मार्केटिंग नाफेड द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर की जावेगी और परियोजना स्थापना के लिए आवश्यक बजट एनएमडीसी एवं जिला खनिज न्यास निधि से प्रदान किया जा रहा है। इसक साथ ही कलेक्टर ने ग्राम टेकनार स्थित मां दंतेश्वरी गौ संवर्धन एवं शोध केन्द्र का भी निरीक्षण करते हुए गोवंशों के रखरखाव सहित सम्पूर्ण व्यवस्थाओं की जानकारी ली गयी और उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं को निर्देश दिया कि वर्तमान में उपलब्ध गायों को गौ-दान किये जाने हेतु कार्ययोजना तैयार करें और उपरोक्त गौ संवर्धन केन्द्र संचालक को केन्द्र में समुचित और आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने को कहा।