बलरामपुर (
जानकारी के अनुसार होटल व्यवसायी धर्मेंद्र केसरी अपने बाइक से 5 फरवरी की शाम को घ6र से निकले थे परंतु देर रात तक घर नहीं पहुंचे। परेशान स्वजन उनकी खोजबीन में जुटे, लेकिन दूसरे दिन भी शाम तक कुछ पता नहीं चल पाया। इसके बाद स्वजन ने बलरामपुर कोतवाली थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। स्वजन एवं पुलिस खोजबीन कर ही रहे थे, इसी बीच अधजला शव सिंदूर नदी के समीप पड़े होने की सूचना मिली। मौके पर पुलिस एवं अन्य लोग पहुंचे तो शव धर्मेंद्र केशरी का होने की पुष्टि हुई। घटना की सूचना पर पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह बुधवार की सुबह घटनास्थल पहुंचे। स्निफर डाग एवं एफएसएल की टीम भी सूक्ष्मता से मौके का परीक्षण की। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि ने कहा कि मामले में विभिन्न पहलुओं पर बारीकी से जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का वास्तविक कारण सामने आ पाएगा।
हत्या करके शव जलाने की संभावना
जिस प्रकार से अधजले हालत में धर्मेंद्र केसरी का शव सिंदूर नदी के समीप सोनहरा जंगल में मिला है, इससे हत्या की संभावना बलवती हो रही है। बताया जा रहा है कि लोग जंगल में छिपकर ताश खेलते हैं। जंगल में जगह-जगह फेंके गए शराब के बोतल यहां होने वाली शराबखोरी की भी गवाही दे रहे हैं।
नगर में शोक की लहर
धर्मेंद्र शाम को अपने दुकान में सब्जी पहुंचाकर निकले थे। दुकान में ग्राहक के आने पर उनके 10 वर्षीय पुत्र ने फोन किया कि पापा जल्दी आइए, दुकान में ग्राहक हैं। इसके बाद उनका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। इसी दिन सात बजे के करीब धर्मेंद्र ने एक पंप में पेट्रोल भी भरवाया था। युवा व्यवसायी के मौत की खबर नगर में फैलते ही शोक की लहर दौड़ गई।