आचार्य मृदुल कृष्ण गोस्वामी महाराज ने कहा कि द्वापर युग में जब देवराज इंद्र को अत्यंत अभिमान हो गया था, तब उनके अभिमान का नाश करने की लिए ही भगवान श्रीकृष्ण ने गिरिराज लीला की थी और सप्त कोसीय गिरिराज गोवर्धन को अपने नख पर धारण कर समूचे ब्रज मंडल की रक्षा की।इसीलिए गिरिराज गोवर्धन सभी ब्रज वासियों के सर्व पूज्य देव हैं।
महोत्सव के अंतर्गत गिरिराज गोवर्धन की अत्यंत नयनाभिराम व चित्ताकर्षक झांकी सजाई गई।साथ ही 56 भोग भी लगाए गए।
इस अवसर पर कथा के यजमान कमलेश गुप्ता, गिर्राज गुप्ता, रमेश गोयल, राकेश बंसल, संजय गुप्ता, सुमित गुप्ता, आर.पी. गुप्ता, राजेश अग्रवाल, योगेश गुप्ता, शुभम गुप्ता, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, प्रमुख समाजसेवी दासबिहारी अग्रवाल, पण्डित किशोर शास्त्री, आचार्य राजा पण्डित, पंडित रवीन्द्रजी, पंडित उमाशंकर मिश्रा एवं डॉ. राधाकांत शर्मा आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
राजकुमार गुप्ता
जिला संवाददाता मथुरा