अलीगढ़, उत्तर प्रदेश। धनीपुर ब्लॉक के गांव बरौठा की गौशाला में गायों की हालत बेहद दयनीय पाई गई। जांच के दौरान तीन गौमाताओं के शव गौशाला परिसर में पड़े मिले, जिन्हें मरे हुए 24 घंटे से अधिक समय हो चुका था। बताया जा रहा है कि ये गायें भूख से दम तोड़ चुकी थीं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मृत गायों को समय पर हटाया नहीं गया, जिससे कौवों और कुत्तों ने शवों को नोचना शुरू कर दिया। यहां तक कि एक गाय की आंख कौवे निकाल ले गए। वहीं एक जीवित गाय को पीछे के हिस्से में फेंका गया था, जिसे कुत्ते नोच रहे थे। इसके अतिरिक्त एक अन्य गाय दलदल में फंसी मिली, जिसे वहा मौजूद बच्चों ने साहस दिखाकर बाहर निकाला।
गौशाला में उस समय कोई भी केयरटेकर मौजूद नहीं था और न ही पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था थी। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए गौ रक्षा दल, बजरंग दल, जीव दया फाउंडेशन और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे। देर रात तक सभी ने मिलकर गोवंशों को सुरक्षित निकालकर उनकी देखभाल की व्यवस्था की।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि घटना की जानकारी तुरंत संबंधित अधिकारियों को दी गई। मौके पर मौजूद लोगों ने सीवीओ, एसडीएम, सचिव और वीडीओ सहित कई अधिकारियों को कॉल किया, लेकिन सभी ने जिम्मेदारी एक-दूसरे पर डाल दी। किसी भी अधिकारी ने मौके पर आकर स्थिति का जायजा लेने की कोशिश नहीं की।
प्रधान से भी लगातार संपर्क साधा गया, लेकिन उन्होंने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि वे “आउट ऑफ सिटी” हैं।इ
स लापरवाही ने प्रशासनिक उदासीनता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।