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खबर बालीवुड से.लखनऊ उत्तर प्रदेश. नीरू बाजवा ने .Tehran. मे किरदार की हाव भाव और काया _भाषा सीखने के लिए स्पाय फिल्मो का किया अध्ययन।

खबर बालीवुड से

“नीरू बाजवा ने ‘Tehran’ में किरदार की हाव‑भाव और काया‑भाषा सीखने के लिए स्पाय फिल्मों का किया अध्ययन”

रिपोर्ट राजेश कुमार यादव
लखनऊ उत्तर प्रदेश

विस्तार से चर्चा:

1. तैयारियों का तरीका—अनुभवात्मक और सहज

नीरू बाजवा ने बताया कि उन्होंने किसी औपचारिक या मेथड अभिनय (method preparation) का सहारा नहीं लिया। इसके बजाय, उन्होंने जासूसी शैली की फिल्मों को देखकर निशाना साधा—कैसे किरदार चलते हैं, उनके हाव‑भाव किस प्रकार के होते हैं, उनका शरीर कैसा ढ़लता है। यह ऑब्ज़र्वेशनल (observational) तरीका था जिसने उनके प्रदर्शन में सहजता और प्रामाणिकता (authenticity) लाई।

2. सेट पर सहजता और रचनात्मक वातावरण

उनके अनुसार सेट पर माहौल बेहद सहयोगी था— खासकर उनके सह‑कलाकार जॉन अब्राहम की विनम्रता और सकारात्मकता ने सबको सहज बनाया। इस सहयोगात्मक माहौल का सीधा असर प्रदर्शन के वास्तविकपन पर पड़ा।

3. किरदार की शक्ति और नैतिक दृढ़ता

नीरू ने बताया कि उन्हें अपनी भूमिका की स्पष्ट ताकत और नैतिक दृढ़ता ने आकर्षित किया। उनका किरदार स्थिरता से खड़ा रहने वाला, अपनी सीमाओं और सच्चाई के प्रति ईमानदार इंसान था, चाहे समाज टूट रहा हो—यह भावना उन्हें बहुत प्रेरणादायी लगी।

4. फिल्म और संदर्भ

“Tehran” एक 2025 की भारतीय स्पाई एक्शन थ्रिलर फिल्म है, जिसे अरुण गोपालन ने निर्देशित किया है। इस फिल्म में नीरू बाजवा, जॉन अब्राहम और मानुषी छिल्लर मुख्य भूमिकाओं में हैं। फिल्म का कथानक 2012 में इजराइली राजनयिकों पर हुए हमलों से प्रेरित है और यह ZEE5 पर 14 अगस्त 2025 को रिलीज़ हुई।

 

 

सारांश तालिका

घटक विवरण

तैयारी की शैली स्पाई फिल्मों का अध्ययन—प्राकृतिक और अवलोकन आधारित (observational)
शारीरिक भाषा (बॉडी लैंग्वेज) चाल-ढाल, हाव‑भाव, आत्मविश्वास से खड़े होने की मुद्रा—एक कलाकार की मौलिक समझ
परफॉर्मेंस की सहजता सह-कलाकारों विशेषकर जॉन अब्राहम के सहयोग से आसान और सजीव
किरदार की विशेषता नैतिकता से भरा, दृढ़निश्चयी, परिस्थितियों के विपरीत मजबूती से खड़ा
फिल्म की पृष्ठभूमि स्पाई थ्रिलर—2012 के राजनयिक हमलों पर आधारित, ZEE5 पर रिलीज़—नेशलियता व भावना से भरपूर

 

 

निष्कर्ष:

नीरू बाजवा ने अपनी भूमिका में ऑब्जरवेशन पर जोर दिया—अभिनय की बजाय संवेदना पर। स्पाई किरदारों की गहरी विश्लेषणात्मक समझ और सेट पर सहज सहयोग ने उनके अभिनय को सम्मोहक बनाया।

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