जिला ब्युरो गोपाल रावडिया मारु की रिपोर्ट
धार।मध्यप्रदेश के धार जिले के कुक्षी में हर घर नलजल योजना में अधिकारी केवल झूठी वाहवाही ही लूट रहे हैं। कागजों में जहां पूरा कार्य दिखा दिया गया है, वहां कार्य न केवल अधूरा है बल्कि घटिया निर्माण व्यवस्थाओं की पोल खोल रहा है। कहीं टंकी नहीं बनी
यह हैं हालात
कुक्षी विधानसभा के तीनों ब्लॉक निसरपुर, डही ओर कुक्षी में करोड़ो रुपयों की लागत की ग्रामीण नलजल योजनाओं की स्वीकृति वर्ष 2020 से 21 में हुई और 6 माह में इन सभी योजनाओं को पूर्ण कर गांवों में नल से जल देना था परन्तु कुछ गांवों को अपवाद स्वरूप छोड़ दे तो वर्ष 2022,23 ओर अब 2024 में भी ग्रामीणों को नल से जल नही मिल रहा है। कुल मिलाकर ठेकेदार यहां सरकारी धन को पलीता लगाने में जुटे हुए हैं और अफसरों की लापवाही आमजन पर भारी पड़ रही है।
ठेकेदारों को ही चांदी
धड़ाधड़ पेयजल योजनाओं की स्वीकृति ओर निर्माण के बाद भी हालात नहीं बदले हैं। बदली है तो केवल ठेकेदारों की तकदीर। कई ठेकेदारों ने आधा अधूरा कार्य किया और पूरा भुगतान उठा लिया। अधिकारी आते गए और बदलते गए लेकिन जल मिशन के तहत निगरानी पर्याप्त नहीं हो पा रही है। राजगढ़ पीएचई के कार्यपालन यंत्री आर के नवीन कहते है हमें 2024 तक इन कार्यों को पूरा करना था, अब आगे जल निगम जाने। ठेकेदारों को किए गए भुगतान को लेकर भी उनके पास जवाब नहीं है।
बड़दा और लोणी में परेशानी यथावत
ग्राम लोणी को लेकर पिछले दिनों पत्रिका में समाचार प्रकाशित होने पर अफसरों ने कहा था कि जल्द ही समस्या का समाधान कर देंगे लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ है। इसी तरह टांडा के बड़दा में टंकी का निर्माण हो रहा है। ग्रामीणों ने निर्माण में घटिया सामग्री इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है।
अब क्या होगा कार्य की शिकायतों को लेकर विधानसभा में मामला उठा तो विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। अब इससे ज्यादा और क्या होगा?
आर के नवीन, कार्यपालन यंत्री, लोक स्वास्थ यांत्रिकी विभाग।