
सीवान/आर्यन सिंह राजपूत: अगर आप आर्थिक समस्या से जुझ रहे हैं तो, और अपने सपनों को पंख लगाना चाहते हैं,तो घबराने की बिल्कुल जरूरत नही है क्योंकि बिहार सरकार ने सात निश्चय योजना अंतर्गत आर्थिक हल युवाओं को बल कार्यक्रम के तहत बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के लाया है। जिसके तहत पूर्व के प्रावधानों में काफी बदलाव कर दिया है। इसके तहत राज्य के बाहर सक्षम प्राधिकार से मान्यता प्राप्त गैर सरकारी अथवा निजी शिक्षण संस्थानों में नामांकित या नामांकन के लिए चयनित वैसे छात्रों को इस योजना का लाभ मिलेगा।जिनके संस्थान को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद नैक द्वारा न्यूनतम एक ग्रेड प्राप्त है। इसके अलावा संस्थान में संचालित कार्यक्रमों का नेशनल बोर्ड आफ एक्रीडिटेशन यानी एनबीए के द्वारा एक्रीडिटेशन प्राप्त है या फिर भारत सरकार के केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा निर्धारित नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क की रैकिंग प्राप्त है।बता दें कि इससे पूर्व इस योजना के लिए इन योजनाओं की बाध्यता नहीं थी। जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार बीएड व आईटीआई करने वाले छात्रों को भी बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ मिलेगा।इसके अलावा, पॉलिटेक्निक डिप्लोमा के लिए तीन लाख, जबकि एम टेक के लिए दो लाख 50 हजार रुपये दिए जाने का प्रावधान किया गया है। वहीं, अन्य कोर्स के लिए चार लाख रुपये तक दिया जाएगा।
योजना का लाभ लेने के लिए देने होंगे आवश्यक दस्तावेज
प्रबंधक कुमार भास्कर ने बताया कि बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ लेने के लिए छात्र-छात्राओं को सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज देने होंगे। इसमें पढ़ाई करने वाले संस्थान से बोनाफाइड सर्टिफिकेट बनवाना होता है।इसके अलावा, मैट्रिक व इंटर का अंक पत्र, आधार कार्ड, बैंक पासबुक, फोटो के साथ आवासीय प्रमाण पत्र सहित अन्य जरूरी दस्तावेज देने होंगे।उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद नैक द्वारा एक ग्रेड प्राप्त शिक्षण संस्थानों में अगर नामांकन नहीं होता है तो छात्र-छात्राओं को किसी भी हाल में बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ नहीं मिलेगा।