सिद्धार्थनगर। जिले के सभी सीएचसी व पीएचसी पर बृहस्पतिवार को मलेरिया दिवस मनाया जाएगा। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है। स्वास्थ्य विभाग के अलावा शिक्षण संस्थानों में भी मलेरिया दिवस मनाया जाएगा।
मलेरिया एक जानलेवा बीमारी है, जो संक्रमित मादा एनोफिलीज मच्छरों के काटने से होती है । बरसात या वातावरण में नमी के कारण मलेरिया के मच्छर पनपने लगते हैं, और बीमारी का प्रसार होता है। मलेरिया की गंभीर स्थिति बच्चों के लिए जानलेवा हो सकती है। मलेरिया के कुछ सामान्य लक्षण हैं, जैसे- बुखार, सिर दर्द, उल्टी आना, ठंड लगना, थकान होना, चक्कर आना और पेट में दर्द होना। आमतौर पर मलेरिया के इलाज में करीब दो सप्ताह तक दवाइयां लेनी होती है। वहीं बीमारी को नजरअंदाज करना जानलेवा हो सकता है। हर साल भारत में मलेरिया के हजारों मामले सामने आते हैं और कई रोगियों की तो मलेरिया से जान चली जाती है। मलेरिया की गंभीरता और इसे बचने के लिए जागरूक करने के विश्व स्तर पर मलेरिया दिवस मनाया जाता है। सीएमओ डॉ. डीके चौधरी ने बताया कि मलेरिया क्या है और कैस होता है। इसके बारे में लाेगों को जागरुक किया जाएगा।