पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी हो एकजुट-शिवानी जैन एडवोकेट
ऑल ह्यूमंस सेव एंड फॉरेंसिक फाउंडेशन डिस्टिक वूमेन चीफ शिवानी जैन एडवोकेट ने कहा कि हमारे पर्यावरण के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रतिवर्ष 22 अप्रैल को दुनिया भर में विश्व पृथ्वी दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों को एक साथ आने के लिए प्रोत्साहित करना है।
हमारे बदलते पर्यावरण की गंभीर चिंताओं को लेकर अध्ययन किए जा रहे हैं। आज के इस दौर में प्रमुख वैज्ञानिक, पर्यावरणविद, सामाजिक कार्यकर्ता और युवा जलवायु को लेकर चिंतित हैं।
थिंक मानवाधिकार संगठन एडवाइजरी बोर्ड मेंबर डॉ कंचन जैन ने कहा कि वनों को काटे जाने से जानवरों, पक्षियों और कीड़ों की प्रजातियां लुप्त प्राय और बदतर हो रही हैं, दुनिया से विलुप्त हो रही हैं।
पृथ्वी दिवस पर लोग पर्यावरण को हुए नुकसान को दूर करने के लिए स्थायी तरीकों को अपनाने का संकल्प लेते हैं।
मां सरस्वती शिक्षा समिति के प्रबंधक डॉ एच सी विपिन कुमार जैन, संरक्षक आलोक मित्तल एडवोकेट, ज्ञानेंद्र चौधरी एडवोकेट, बृजेश शुक्ला एडवोकेट, डॉ एच सी आरके जैन, डॉ संजीव शर्मा, निदेशक डॉक्टर नरेंद्र चौधरी, शार्क फाउंडेशन की तहसील प्रभारी डॉ एच सी अंजू लता जैन, बीना एडवोकेट आदि ने कहा कि समय के साथ नई चुनौतियों के बीच प्रकृति और पृथ्वी को बचाने की जरूरत महसूस होती है। विकास की दौड़ में पर्यावरण सुरक्षा की जिम्मेदारी कहीं धुंधली ना हो जाए, इसके लिए पृथ्वी दिवस की भूमिका और महत्वपूर्ण हो जाती है।
पर्यावरण को नुकसान पहुंचने का कारण बहुत हद तक मानवीय कृत्य ही होते हैं। हमारे पृथ्वी को किन कारणों से नुकसान पहुंच रहा है और इसे कैसे कम किया जा सकता है, को जानने के लिए जागरुकता जरूरी है।
शिवानी जैन एडवोकेट
डिस्ट्रिक्ट वूमेन चीफ