पूजा आसन पर बैठने के दौरान उनके हाथ में सांप ने काट लिया। इसके बाद सांप आसन के नीचे ही बैठ गया। राम सरन पूजा के लिए प्रसाद बनाने जा रहे थे। तभी उनके हाथ से खून निकलने और चुभन की जानकारी हुई। इस पर राम सरन ने अपने मित्र को बुलवाकर देखा कि आसन के नीचे ही सांप बैठा है।
जिस पर सांप को पकड़कर उसे डिब्बे में बंद कर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज लाए। यहां पर डॉक्टरों की टीम ने सांप को देखकर इलाज शुरू किया। इलाज के बाद ग्रामीण के सेहत में सुधार है। इस मामले में डॉक्टर मनोज चौधरी का कहना है कि सांप के सामने होने से जहर की पहचान करने और इलाज करने में आसानी हो जाती है।
तीन साल पहले पत्नी की हुई मौत
जिला अस्पताल में भर्ती राम सरन यादव ने बताया कि तीन वर्ष पूर्व उसकी पत्नी को भी सांप ने काट लिया था। लेकिन सांप लेकर वह अस्पताल नहीं पहुंचे। जिसके चलते उस हिसाब से इलाज नहीं हो पाया और पत्नी की मौत हो गई। जिसके चलते इस बार वह सांप को पकड़कर लाए हैं।