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हिमाचल में बढ़ रही कैंसर पीडि़तों की संख्या

हिमाचल में बढ़ रही कैंसर पीडि़तों की संख्या

*हिमाचल में बढ़ रही कैंसर पीडि़तों की संख्या, 2023 में आईजीएमसी में इतने मरीजों ने करवाया इलाज*

तंबाकू के सेवन से बढ़ रही मरीजों की तादाद
पहाड़ी राज्य हिमाचल में कैंसर के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। बीमारियों से होने वाली मौतों का सबसे बड़ा कारण भी कैंसर है। शिमला कैंसर हॉस्पिटल के आंकड़ों के मुताबिक कैंसर की सबसे ज्यादा मामले तंबाकू के सेवन के हैं। पुरुषों में लंग्स कैंसर इसी वजह से है। वर्ष 2023 में आईजीएमसी के कैंसर अस्पताल में 2400 कैंसर के नए मरीजों ने अपना इलाज करवाया है। 2020 से 2024 तक लंग्स कैंसर मरीजों की संख्या आईजीएमसी शिमला में कैंसर अस्पताल में हर साल 2500 से 3000 मरीज अपना इलाज करवाने पहुंचते हैं। साल 2020 में लंग्स कैंसर से 340 मरीज ग्रसित हुए वहीं, साल 2021 में 500 मरीज लंग्स कैंसर की चपेट में आए। 2022 में 520, 2023 में 508, 2024 में अभी तक 24 मरीज लंग कैंसर से पीडि़त हुए है।
कैंसर कई तरह का होता है और इसके कई कारण हैं, लेकिन कुछ मुख्य कारक ऐसे भी हैं जिनसे कैंसर होने का खतरा किसी को भी हो सकता है। इनमें वजन बढऩा या मोटापा, अधिक शारीरिक सक्रियता न होना, अल्कोहल और नशीले पदार्थों का अधिक मात्रा में सेवन करना, पौष्टिक आहार न लेना, अपनी दिनचर्या में व्यायाम को शामिल न करना इत्यादि है। इसके अलावा कैंसर के अन्य कारण भी है। कैंसर आनुवांशिक भी हो सकता है। किसी गंभीर बीमारी के कारण भी आपको कैंसर हो सकता है। आप अगर किसी गंभीर बीमारी के लिए दवाएं ले रहे हैं तो इन दवाओं के साइड इफेक्ट्स के कारण आप कैंसर के शिकार हो सकते हैं। कई बार उम्र के बढऩे के साथ भी शरीर में चुस्ती-फुर्ती नहीं रहती और उम्र के पड़ाव पर व्यक्ति बीमार पडऩे लगता है। ऐसे में कई बार कैंसर हो जाता है।

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